मित्रों!

आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं।

बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए।


फ़ॉलोअर

रविवार, 26 अप्रैल 2015

'यथा राजा तथा प्रजा ' ये भूकम्प मोदी की करनी का फल है.......

आज फेस बुक पर दिन में एक पोस्ट पढ़ी। लब्बोलुआब था :एक कांग्रेसी सोच के व्यक्ति मेरठ से सेवानिवृत्त हुए हैं। किसी बड़ी पोस्ट पर रहें हैं। नेपाल भूकम्प के लिए आप मोदी को कुसूरवार ठहराते हुए कहते हैं :
'यथा राजा तथा प्रजा ' ये भूकम्प मोदी की करनी का फल है।
कहने को ये सज्जन किस्म के व्यक्ति ये भी कह सकते थे -मोदी की ऊपर वाले से सांठ गाँठ थी। शेषनाग से कह दिया तू फ़न हिला दे। भूकम्प तो फिर आना ही था।
चलिए मान लिया भूकम्प तो मोदी की वजह से आया पर भैया जी प्रजा क्यों चाहेगी कि भूकम्प आये। अलबत्ता आप भी मेरठ वासी होने के नाते प्रजा का अंग हैं। क्या इसका आवाहन आपने तो नहीं किया।
भगवान ने बुद्धि का निम्नतम स्तर भी मनुष्य को ही दिया है। ऊपर से ये सज्जन कांग्रेसी सोच से ग्रसित भी हैं। करेला और नीमचढ़ा।

आप भी पढ़िए वह पोस्ट :
दोस्तोः-
कहते हैं कुत्ते की पूँछ को यदि 100 साल तक सीधी नलकी मे भी रखा जाय, तब भी सीधी नही हो सकती ।
मेरठ मेरे पडोस मे एक कट्टर कांग्रेसी रहता है ।वह उच्च पद से सेवानिवृत हुआ है।वह अकसर हर बात मे श्री मोदी जी की बुराइ ही करता है ।
कल शाम तो हद ही हो गयी जब उसने कहा " नेपाल मे भूकम्प मोदी के कारण आया है ,तर्क था जैसा राजा वसी ही प्रकृति "
कोन समझाये एेसे सिर फीरे कांग्रेसियों को ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें