मित्रों!

आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं।

बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए।


फ़ॉलोअर

रविवार, 5 जनवरी 2014

कौन कहता मानव शक्तिशाली -------पथिक अनजाना -----444 वीं पोस्ट





                        कौन कहता मानव शक्तिशाली 
                     --444  वीं पोस्ट
बिरले ही देखे जमीं पर ऐसे जो नरनारी नही मजबूर
किसी ख्याल वस्तु शक्ति जीव के सामने  नरनारी
या तो अपना ख्याल पूरा होना चाहे या वे वस्तु को
सिर नवाते हैं किसी अनदेखी देखी शक्ति के सामने
जीवों पर भी हावी होते देखे दुष्प्रवृति के जीवधारी हैं
इंसान भयभीत वर्तमान भविष्य की सुरक्षा को लेकर
भयभीत हैं कोई अपना राज किसी अन्य को देकर हैं
भयभीत कर्ज फर्ज अर्ज व मर्ज को राह पर लाने हेतू
कोई भयभीत हास्यापद ख्यालों सवालों न्यायालयों से
कौन कहता मानव शक्तिशाली जो गफलत को पाले हैं
पथिक अनजाना
http://pathic64.blogspot.com

1 टिप्पणी: